Q.1 – कौन से assessee को section 54EC के under exemption का benefit मिलेगा?
Ans. – Section 54EC की exemption का benefit किसी भी assessee को मिल सकता है चाहे वो LLP, Firm, Company, Individual, HUF, etc. भी क्यों ना हो उन्हें भी Section 54EC के under exemption मिलेगी.
Q.2 – Assessee को section 54EC में अधिकतम कितना exemption मिल सकता है?
Ans. – Section 54EC के under assessee को following में से lower का exemption मिलेगा-
• Capital Gain का amount; या
• Cost of New Asset
Q.3 – क्या section 54EC में deposit scheme applicable होगी?
Ans. – नहीं, section 54EC पर deposit scheme applicable नहीं है.
Q.4 – क्या Short term capital asset पर section 54EC applicable होगा?
Ans. – नहीं, section 54EC short term capital asset पर applicable नहीं होगा वह सिर्फ long term capital asset पर applicableहोगा.
Q.5 – Section 54EC में exemption claim करने के लिए कितने समय में new asset को purchase करना होगा?
Ans. – Assessee को Section 54EC में exemption claim करने के लिए date of transfer से 6 महीने के अन्दर bonds में invest करना होगा.
Q.6 – Section 54EC में exemption claim करने के लिए कौन सी new asset में capital gain का amount invest करना पड़ेगा?
Ans. – Assessee को Section 54EC में exemption claim करने के लिए निचे दिए गए issued bonds (जो की 5 साल में redeemable हो) में invest करना होगा–
• National Highway Authority of India; या
• Rural Electrification Corporation.
लेकिन assessee को Section 54EC के under maximum ₹50/- लाख का ही exemption मिलेगा.
Q.7 – कौन सी asset के transfer पर section 54EC के under exemption का benefit मिलेगा?
Ans. – Land और Building या दोनों के transfer पर assessee को section 54EC के under exemption का benefit मिलेगा.
Q.8 – अगर Bonds date of acquisition से 5 साल के अन्दर transfer या converted हो जाते है तो उस case में tax implication क्या होगा?
Ans. – इन cases में जो exempted long term capital gain है वह assessee के हाथ में taxable हो जाएगा जिस year में assessee ने bonds को transfer/conversion किया है.