Q.1 – Carry forward क्या होता है?
Ans. - किसी particular year में अगर profit या income से loss setoff नहीं हो पाता है तो बचे loss को आगे के years में हुए profit और income से set-off करने के लिए आगले साल में ले जाया जाता है जिसे carry forward कहते हैं.
Q.2 – क्या एक head के Carry forward loss को दूसरे head की income से set-off किया जा सकता है?
Ans. – नहीं, carry forward loss का inter-head set-off allowed नहीं है.
मतलब सिर्फ intra-head set-off होगा.
Q.3 – Capital gain head के loss को कैसे carried forward and set-off कर सकते है?
Ans. – अगर assessee को capital gain head में loss है तो loss को आगे बताये गए way से set-off कर सकते है और अगर पूरा loss set-off न हो पाए तो आगे के assessment year के लिए carried forward कर सकते हैं:-
• Short term capital asset से related loss मतलब short term loss को किसी भी short term capital gain या long term capital gain से set-off कर सकते हैं ; और
• Long term capital asset से related loss को सिर्फ long term capital gain से set-off कर सकते हैं.
Q.4 – यह loss कितने साल तक carried forward कर सकते हैं?
Ans. –जिस year में loss incur हुआ है वहा से immediately succeeding 8 assessment year के लिए carried forward कर सकते हैं
Q.5 – क्या capital loss का carried forward और set-off avail करने के लिए return timely file करना compulsory है?
Ans. – हाँ, capital loss का carried forward और set-off avail करने के लिए return timely file करना compulsory है