Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए CGST Rules, 2017 के Rule 19 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Registered Person कौन है?
Ans. - Registered person एक ऐसा person जो की section 25 के अन्दर registered है लेकिन उस person को include नहीं किया जाएगा जिसके पास Unique Identity Number है.
Q.4 - Proper officer का मतलब क्या है?
Ans. - इस act के section 2(91) के according Proper officer का मतलब commissioner या central tax का officer जिसे board में commissioner द्वारा proper officer की duties perform करने के लिए assign किया गया है.
Q.5 – कौन से person को registration के time पर दी गई information में किसी भी तरह बदलाव के बारे में कौन सी authority को intimate करना होगा?
Ans. - हर registered person को और जिस person को Unique Identity Number assign किया गया है, उसके द्वारा registration के time पर दी गई information में किसी भी बदलाव के बारे में proper officer को intimate करना होगा.
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Q.6 - किस form और manner में registration के time पर दी गई information में किसी भी बदलाव के बारे में proper officer को inform करना चाहिए?
Ans. - Registered person को और जिसे person को Unique Identity Number assign किया गया है, Form GST REG-14 में उन् documents के साथ electronic verification code के माध्यम से duly signed or verified कर के, उस change से 15 दिन के अन्दर application submit कर देनी चाहिए.
Q.7 - किस Form में दी गई information के change होने पर inform करना है?
Ans. - इन् Form GST REG-01 या FORM GST REG-07 या Form GST REG-09 या Form GST REG-10 या Form GST-REG-13 (Unique Identity Number) में registration के time बाद दी गई या उस के information में कोई भी change बदलाव आता है.
Q.8 - क्या proper officer amendment की application को ऐसे ही reject कर सकता है?
Ans. - नहीं, proper officer amendment की application को reject करने से पहले उस person को opportunity of being heard देता है.
Q.9 - अगर proper officer को लगता है की registered person के द्वारा दिए गए documents incomplete है या incorrect है या warranted नहीं है तो उस case में क्या होगा?
Ans. - Proper officer को जब Form GST REG-14 में application मिलती है उससे 15 दिन के अन्दर Form GST REG-03 में notice serve करता है, जिसे receive करने के 7 दिन के अन्दर registered person को Form GST REG-04 में show cause देना रहता है की application क्यों reject नहीं की जाए.
Q.10 - इस section के under कब proper officer application reject कर सकता है?
Ans. - अगर registered person द्वारा prescribed time के अन्दर notice का reply नहीं दिया गया या proper officer को notice का reply satisfactory नहीं लगा तो proper officer application को reject कर के Form GST REG-05 में order pass कर देगा.
Q.11 - उस case में क्या होगा अगर proper officer के द्वारा कोई action नहीं लिया गया?
Ans. - अगर proper officer, application मिलने के 15 दिन के अन्दर या notice के reply मिलने के 7 दिन के अंदर कोई action लेने में fail हो जाता है तो उस case में certificate of registration तब तक के लिए amended माना जाएगा जिस के लिए application file की गई है और common portal पर registered person को amended certificate available होगा.
[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए section 25, 49 और CGST Rules, 2017 के Rule 13, 15 और 89 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Non-Resident taxable person किसे कहते है?
Ans. - कोई भी person जो कभी-कभी goods या services या दोनों की supply से related transactions करता है, चाहे वह principal या agent के रूप में या किसी other capacity में हो, लेकिन जिसका India में business या residence का कोई fixed place नहीं है.
Q.4 - Casual taxable person किसे कहते है?
Ans. – वह person जिसमे Individual, firm, company भी include है और जो कभी-कभी goods या services या दोनों की supply से related transactions करता है या business को आगे बढ़ाता है, चाहे principal, agent या किसी अन्य capacity में, किसी State या Union territory में जहां उसका business का कोई fixed place नहीं है.
Q.5 - कब casual taxable person या non-resident taxable person taxable supply कर सकता है?
Ans. - Certificate of registration issue करने के बाद taxable supply कर सकता है.
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Q.6 - कितने time period के लिए casual taxable person या non-resident taxable person taxable supply कर सकता है?
Ans. - जितना time period registration के समय पर application में specify किया है या registration की date से 90 दोनों में से जो पहले हो उतने time के लिए casual taxable person या non-resident taxable person taxable supply कर सकता है.
Q.7 - क्या taxable supply करने का time period extend हो सकता है?
Ans. - Taxable person द्वारा proper officer को sufficient cause बता के time period extend हो सकता है लेकिन 90 दिन से ज्यादा extend नहीं हो सकता है.
Q.8 - इस section के under क्या registration के समय advance tax deposit का amount submit करना रहता है?
Ans. – हाँ, जितने amount की tax liability estimate की गई है उतने amount का advance tax deposit submit करना रहता है, और अगर taxable supply करने के लिए time period extend हो जाता है तो फिर उतने extended time के लिए जितने amount की tax liability estimate की गई है उतने amount का advance deposit tax submit करना रहता है.
Q.9 - इस section के under advance tax deposit का amount कहाँ submit करना रहता है?
Ans. - Casual taxable person या non-resident taxable person अपने electronic cash ledger में advance tax deposit का amount submit करता है, जिसे section 49 के under बताए manner में utilise किया जाएगा.
Q.10 - किस form और manner में non-resident taxable person application file करनी चाहिए?
Ans. - Non-resident taxable person को registration के लिए Form GST REG-09 में valid passport की self-attested copy को electronic verification code के जरिये duly signed या verified करा के business शुरू होने से 5 दिन पहले electronically common portal पर या commissioner द्वारा notified Facilitation Centre के जरिये electronically application file करना चाहिए और अगर business entity India के बाहर incorporated या established तो उस case में application के साथ उस country द्वारा दिए गए tax identification number या unique number को भी mention करना होगा.[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए section 22, 24, 51 और CGST Rules, 2017 के Rules 2, 8, 9, 10, 10A, 10B, 11, 12, 13, 14, 15, 17, 28, 32 और 47 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - कौन Registration के लिए apply कर सकता है?
Ans. - हर वो person जो section 22 और 24 के under हर उस State या Union Territory में registration करने के लिए liable है, जिस दिन से वह registration करने के लिए liable है उस दिन से 30 दिन के अन्दर common portal पर खुद से या Facilitation Centre के जरिये Form GST REG-01 में registration करना होगा.
Part A of Form GST REG-01 में PAN, mobile number, e-mail address को declare करना होगा, और जब PAN validate हो जाता है और mobile number, e-mail address one-time password से verify हो जाये तब Part B of Form GST REG-01 में application file करनी है.
Q.4 - क्या registration करने के बाद कोई receipt मिलती है?
Ans. - हाँ, Form GST REG-02 में registration करने की receipt मिलती है.
Q.5 - क्या Input Service Distributor के case में अलग से application file करनी होगी?
Ans. - हाँ, Input Service Distributor के case में अलग से application file करनी होगी.
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Q.6 - Casual taxable person और non-resident taxable के case में कितने time period के अन्दर registration के लिए apply करना पड़ेगा?
Ans. – Casual taxable person और non-resident taxable को business commence करने से 5 दिने पहले registration के लिए apply करना रहेगा.
Q.7 - क्या Special Economic Zone के case में अलग से registration करना रहेगा?
Ans. - हाँ, SEZ और SEZ developer को एक अलग से registration के लिए apply करना होगा, SEZ के बाहर स्थित अपने business स्थान से अलग, भले ही वह उसी state या union territory में हो.
Q.8 - अगर कोई person India के territorial waters से supply करता है, उस case में कहाँ registration करवाना होगा?
Ans. - हर person जो India के territorial waters से supply करता है, coastal state या union territory में registration receive करेगा, जहाँ appropriate baseline का nearest point situated है.
Q.9 - अगर किसी person के पास multiple place of business है, उस case में क्या होगा?
Ans. - किसी person के पास state या union territory में multiple places of business है, तो उसे separate application Form GST REG-01 में file करना होगा और उसको प्रत्येक place के लिए एक अलग registration दिया जा सकता है, ऐसी terms & conditions को ध्यान में रखते हुए:
i. ऐसे person के पास एक से ज्यादा business place हो;
ii. ऐसा person उसके किसी भी business place के लिए section 10 के under tax pay नहीं कर सकता है;
iii. ऐसे person के business के सभी अलग-अलग registered स्थान पर की गई goods या services या दोनों की supply पर act के under tax का payment करना होगा और tax invoice या bill of supply जारी करना होगा.
Q.10 - अगर कोई person voluntarily registration कर लेता है भले ही वो registration करने के लिए liable नहीं है, तो क्या इस case में इस act के provisions apply होंगे?
Ans. - हाँ, अगर कोई person voluntarily registration कर लेता है भले ही वो registration करने के लिए liable नहीं है तो भी उस person पर इस Act के provisions apply होंगे.
Q.11 - Distinct Person किसे कहेंगे?
Ans. - ऐसा person जिसने एक से अधिक registration receive किए हैं या उसको receive करना necessary है, चाहे एक state या union territory या एक से अधिक state या union territory में, इस तरह के सभी registration के respect में, इस Act के provision के लिए distinct persons के रूप में माना जाएगा.
Q.12 - क्या registration के लिए PAN होना जरुरी है?
Ans. - हाँ, registration की eligibility के लिए PAN का होना जरुरी है.
Q.13 - किस person को authentication या Aadhaar authentication में होने proof देना होगा?
Ans. – हर person को authentication या Aadhaar authentication, में होने का proof देना होगा और person के अलावा जो registration के लिए eligible हैं उनके Karta, managing director, whole time director, partners, members of managing committee of association, board of trustees, authorised representative, authorised signatory और other class of persons को authentication या Aadhaar authentication का proof देना होगा और अगर Aadhaar नहीं है तो उसको alternate और viable means of identification Government द्वारा दी जाएगी.
Q.14 - अगर किसी person के पास Aadhaar number नहीं है और उससे Aadhaar number के authentication करवाना है तो फिर कौन से documents देने होंगे?
Ans. – अगर किसी person के पास Aadhaar number नहीं है और उससे Aadhaar number के authentication करवाना है तो फिर उसे निचे दिए गए documents देने होंगे:-
i. Aadhaar Enrolment ID slip; and
ii. Bank passbook with photograph; or
iii. Voter identity card issued by the Election Commission of India; or
iv. Passport; or
v. Driving license issued by the Licensing Authority under the Motor Vehicles Act, 1988 और
vi. जब Aadhaar number allot हो जाता है, उस person को 30 दिन के अन्दर Aadhaar number का authentication करवाना होगा.
Q.15 - किस basis पर non resident को registration दिया जाएगा?
Ans. - Non-resident taxable person को business commence करने से 5 दिन पहले Form GST REG-09 में application submit करना होगी, जिसमें valid passport की copy देनी होगी और अगर Non-resident taxable person की business entity India के बाहर है तो application के साथ tax identification number or unique number देना होगा.
Q.16 - क्या Non-resident taxable person को advance tax deposit करने के लिए कोई reference number दिया जाता है?
Ans. - हाँ, section 27 के under Non-resident taxable person को advance tax deposit करने के लिए reference number दिया जाता है और साथ ही उसके electronic cash ledger में deposit करने के बाद उसे rule 8(5) के under electronically acknowledgement issue किया जाता है.
Q.17 - क्या non-resident taxable person को registration की application को किस से sign करवाना पड़ता है?
Ans. - हाँ, non-resident taxable person को उसके authorised signatory से application पर sign करवाना पड़ता है जो की India में resident हो और उसके पास PAN हो.
Q.18 - किस form में उस person को application file करनी होगी, जो की India के बाहर से online information and database access or retrieval services से non-taxable online recipient को supply कर रहा है?
Ans. - Form GST REG-10 में electronically common portal पर खुद से या Facilitation Centre के ज़रिये registration की application file submit करनी होगी.
Q.19 - किस form में उस person की registration दिया जायेगा, जो की India के बाहर से online information and database access or retrieval services से non-taxable online recipient को supply कर रहा है?
Ans. - Form GST REG-06 में registration दिया जाएगा, ऐसी conditions और restrictions के under और ऐसे officer द्वारा जिसे council की recommendations पर Central Government द्वारा notified किया जा सकता है.
Q.20 - किस form में casual taxable person और non-resident taxable person registration का time period extend करने के लिए application file कर सकता है?
Ans. - Form GST REG-11 में casual taxable person और non-resident taxable person registration का time period extend करने के लिए application को electronically common portal पर खुद से या commissioner के द्वारा notified Facilitation Centre के ज़रिये registration ख़त्म होने से पहले file कर सकता है और उस application का acknowledgement तभी दिया जाएगा जब section 27 (2) के under बताए amount का payment casual taxable person और non-resident taxable person द्वारा कर दिए जाएगा.
Q.21 - Application में दी गयी information से related कोई query के clarification के लिए proper officer क्या करता है?
Ans. - Proper officer Form GST REG-03 में एक notice issue कर के query का clarification demand करता है, जब से registration की application submit की गयी है, तब से 7 working days के अन्दर proper officer notice issue कर सकता है और applicant को Form GST REG-04 में clarification देना होगा जब से notice receive हुआ उसे 7 working days के अन्दर reply देना होगा.
Q.22 - कितने दिन में proper officer registration की application approve कर सकते है?
Ans. - अगर applicant के द्वारा दी गई जितनी भी information, clarification और documents से proper officer satisfied हो जाता है तो जिस दिन से application file की है तब से 7 working days के अन्दर proper officer approval कर सकते है.
Q.24 - किस form में proper officer application reject कर सकते है?
Ans. – अगर proper officer, दी गई information, clarification और documents से satisfied नही होता है या Form GST REG-03 के notice का reply नहीं करता है, तो वह reasons को record कर के Form GST REG-05 में application reject कर सकते है.
Q.25 - अगर proper officer prescribed time के अन्दर action लेने में fail हो जाता है तो ऐसे case में क्या application को approve माना जाएगा?
Ans. - अगर proper officer prescribed time के अन्दर action लेने में fail हो जाता है तो उस case में registration के लिए file की गयी application को approve मान लिया जाएगा, ऐसे case में registration certificate period expiry होने से 3 दिन के अन्दर common portal पर applicant के लिए registration number और certificate of registration available होगा.
Q.26 - अगर कोई person registration लेने में fail हो जाता है, तो ऐसे case में क्या होगा?
Ans. - इस act के under चल रहे survey, enquiry, inspection, search या any other proceedings, proper officer को लगता है की कोई person जो registration लेने के लिए liable है और वह registration लेने में fail हो जाता है तो proper officer चाहे तो खुद temporary basis पर register कर सकता है और Form GST REG-12 में order issue कर सकता है.
Q. 27 - जिस person को temporary registration दिया गया है उसे कितने समय के अन्दर registration की application submit करना होगी?
Ans. - जिस person को temporary registration दिया गया है उसे जिस दिन से temporary registration मिला तब से 90 दिन के अन्दर registration की application submit करना होगी, लेकिन अगर temporary registration के against में appeal file की है तो उस case में Appellate Authority द्वारा order issue होने से 30 दिन के अन्दर registration की application file करना होगा.
Q.28 - कौन से person को Unique Identity Number issue किया जा सकता है?
Ans. – निचे दिए गए सभी person को Unique Identity Number issue किया जा सकता है:-
i. Any specialised agency of the United Nations Organisation,
ii. Multilateral Financial Institution and Organisation notified under the United Nations,
iii. Consulate or Embassy of foreign countries,
iv. Any other person or class of persons.
Q.29 - कौन से form में Unique Identity Number issue करवाने के लिए application file करनी होगी?
Ans. - हर वो person जिसे section 25 (9) के चलते Unique Identity Number issue करवाना है वह Form GST REG-13 में application को electronically common portal पर खुद से या commissioner के द्वारा notified Facilitation Centre के जरिये registration ख़त्म होने से पहले file कर सकता है.
Q.30 - किस territory तक issue किये गये Unique Identity Number applicable है?
Ans. - India की territory तक issue किये गये Unique Identity Number applicable है.
Q.31 - कितने दिन में officer Unique Identity Number assign कर देता है?
Ans. – जब से application file की है तब से 3 working days में Form GST REG-06 में certificate issue कर देता है.
Q.32 - किस form में certificate of registration issue किया जाता है?
Ans. - Form GST REG-06 में certificate of registration issue किया जाता है.
Q.33 - Registration कब से effective माना जाएगा?
Ans. - अगर जिस दिन से person liable हुआ है, उसे 30 दिन के अन्दर registration के लिए apply कर दिया है तो उस case में जिस दिन से liable हुआ तब से registration effective माना जाएगा, लेकिन अगर 30 दिन के अन्दर application file नहीं की तो जिस दिन certification मिला है उस दिन से registration effective माना जाएगा.
Q.34 – कौन से person को और कितने time period के अन्दर Bank Account Details देनी होगी?
Ans. - Rule 12 & 16 में जो person registered है उनको छोड़ के जो registered person है उन्हे जब से certificate of registration मिला है तब से 45 दिन के अन्दर या जब section 39 के under return file करना होगा दोनों में से जो पहले हो उस time period में Bank Account Details देनी होगी.
Q.35 - ऐसे person जो section 51 के under deduct tax at source या section 52 के under collect tax at source करना है वह किस form में registration के लिए application file करेगा?
Ans. - Form GST REG-07 में electronically application submit कर सकता है जो की electronic verification code के जरिये duly signed या verified हो और अगर उनका कोई physical presence नहीं है तो Form GST REG-07 के Part-A में name of the State या Union Territory को mention करना होगा और Part-B में उस State या Union Territory का नाम mention करना है जहाँ पर principal place of business located है जो Part-A में बताए State or Union territory से अलग है.
Q.36 - कब और किस form में proper officer को registration दे देता है, ऐसे person को जिसे section 51 के under deduct tax at source या section 52 के under collect tax at source करना रहता है और कब registration cancel कर सकता है?
Ans. - जब proper officer पूरी तरह से verification कर लेता है तो जब से application file की है तब से 3 working days के अन्दर FORM GST REG-06 में certificate of registration issue कर देता है, और अगर proper officer को इस act के under चल रही किसी enquiry या proceeding के under लगता है की person section 51 के under deduct tax at source या section 52 के under collect tax at source करने के liable नहीं तो वह registration cancel कर देगा और FORM GST REG-08 में electronically उस person को communicate कर देगा.
Q.37 - कितने time period के अन्दर tax invoice issue कर देना चाहिए?
Ans. -
i. Taxable supply of services के case में जिस दिन service की supply की उससे 30 दिन के अन्दर invoice issue करना होगा;
ii. अगर supplier insurer है या banking company है या financial institution है जिस में banking financial company भी include है तो उस case में जिस दिन service की supply की उससे 45 दिन के अन्दर invoice issue करना होगा;
iii. अगर insurer या banking company या financial institution, including non-banking financial company या telecom operator या any other class of supplier of services के द्वारा distinct persons को taxable supply की जा रही है तो उस case में invoice को issue पहले या जब supplier books of accounts में record करता है तब या जिस quarter में supply की है उस के ख़त्म होने से पहले invoice को issue करना होगा.[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section के under किस को registration करवाना compulsory है?
Ans. – निचे दिए गए लोगों को registration करवाना compulsory है:-
Q.3 - Casual Taxable Person किसे कहते है?
Ans. - A person (जिसमे Individual, firm, company भी include है) जो कभी-कभी goods या services या दोनों की supply से related transactions करता है या business को आगे बढ़ाता है, चाहे principal, agent या किसी other person की capacity में, किसी State या Union territory में जहां उसका business का कोई fixed place नहीं है.
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Q.4 - Taxable Person किसे कहते है?
Ans. - ऐसा person जो section 22 या section 24 के under registered है या register होने के लिए liable है.
Q.5 - Registered Person कौन है?
Ans. - Registered person एक ऐसा person जो की section 25 के अन्दर registered है लेकिन उस person को include नहीं किया जायेगा जिस के पास unique identity number है.
Q.6 - Non-Resident taxable person किसे कहते है?
Ans. - कोई भी person जो कभी-कभी goods या services या दोनों की supply से related transactions करता है, चाहे वह principal या agent के रूप में या किसी other person की capacity में हो, लेकिन जिसका India में business या residence का कोई fixed place नहीं है.
Q.7 - Electronic commerce operator किसे कहते है?
Ans. - कोई भी person जो electronic commerce के लिए digital या electronic सुविधा या platform का मालिक, operate या manage करता है.
[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - कौन सा person registration के लिए liable नहीं है?
Ans. - ऐसा person जो विशेष रूप से goods या services या दोनों की supply के business में लगा हुआ है जो tax के लिए liable नहीं है या CGST and SGST Act या IGST Act के under पूरी तरह से exempt है.
Agriculturist, जो सिर्फ जमीन की खेती से उपज की supply की सीमा तक सिमित है.
Q.3 - क्या Government इन् person’s के अलावा किसी और को registration लेने के लिए exempt कर सकती है?
Ans. - हाँ, Council की recommendations पर Government चाहे तो notification के जरिए specify कर सकती है की कौन से category of person को registration लेने के लिए exempt करना है.
Q.1 - यह section कब से applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - Persons liable for registration को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - Persons liable for registration को समझने के लिए CGST Act, 2017 के Section 22 और CGST Rules, 2017 के rule 24 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - कौन से person GST में registration के लिए liable है?
Ans. - यदि person, supplier, taxable goods or service or both की supply करता हैं, साथ ही उसका aggregate turnover उस financial year की prescribed limit से exceeds होता हैं तो supplier को GST registration के लिए liable होगा.
Q.4 - GST में registration करवाने की क्या limit prescribed है?
Ans. - GST में registration करवाने की limit है:-
Q.5 - Special Category States कौन से states include करता है?
Ans. - Special Category States includes Arunachal Pradesh, Assam, Jammu & Kashmir, Manipur, Meghalaya, Mizoram, Nagaland, Sikkim, Tripura, Himachal Pradesh, and Uttarakhand.
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Q.6 - Aggregate Turnover का क्या मतलब होता है?
Ans. -“Aggregate turnover” means:-
Q.7 - क्या Government special category States के aggregate turnover की limit को exceed कर सकती है?
Ans. - हाँ, Government चाहे तो special category State की request पर और recommendation of the council पर special category States के aggregate turnover की limit को Rs.10 lakh से बढाकर Rs.20 lakh कर सकती है subject to such conditions and limitations, as may be so notified in the Act.
Q.8 - क्या Government aggregate turnover की limit को exceed कर सकती है?
Ans. - हाँ, Government चाहे तो State की request पर और recommendation of the council पर States के aggregate turnover की limit को Rs.20 lakh से बढाकर Rs.40 lakh कर सकती है जहाँ पर supplier engaged exclusively in the supply of goods, subject to such conditions and limitations, as may be so notified in the Act.
Q.9 - अगर taxable person अपना business transfer कर रहा है to another person as going concern तो वह क्या registration लेने के लिए liable है?
Ans. - हा, अगर taxable person अपना business transfer कर रहा है to another person as going concern whether on account of succession or otherwise, तो Transferee GST में registration लेने के लिए liable है which will come in effect from the date of such transfer or succession.
Q.10 - क्या amalgamation या demerge के case में भी GST registration लेना पड़ेगा?
Ans. - हाँ, यदि कोई company का transfer by way of sanction of scheme या amalgamation या demerger, यदि court या tribunal के order से होता हैं या self-discussion से होता हैं तो transferee company को registration लेना होगा. (with effect from the date on which registrar of company issue a certificate of incorporation) चाहे फिर company का turnover ना भी हो तो भी registration लेना पड़ेगा.
Q.11 - GST में registration लेने के लिए कैसे enrol कर सकते है?
Ans. - कोई भी person other than a person deducting tax at source or an Input Service Distributor, जिसने PAN issue करवाया हुआ है under the provisions of the Income-tax Act, 1961, वह person एनरोल कर सकता है GST में registration लेने के लिए on common portal by validating his e-mail address and mobile number, either directly or through a Facilitation Centre notified by the Commissioner.
Q.12 - क्या एक person multiple registration ले सकता है?
Ans. - हाँ, एक person single PAN के basis पर multiple registration ले सकता है.
[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौनसे sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए Section 2(61), 16, 17 और CGST Rules, 2017 के Rule 39 and 65 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Input service distributor (ISD) का क्या role है?
Ans. - Companies के head office और branches अलग अलग cities में हो सकते हैं जो separately registered होंगे. Head office ऐसी services ले रहा है जो commonly branches में utilize होती हैं. ऐसी input services के bills head office में raise होंगे जो commonly बाकी branches भी utilize कर रही हैं, ISD mechanism enables input service का credit proportionately बाकी branches में भी distribute किया जाए.
Q.4 - क्या ISD को separate registration लेना होगा?
Ans. - हाँ, register होने के बावजूद ISD को separately as ISD register होना compulsory है. ISD registration की कोई threshold limit नहीं है.
Q.5 - क्या एक company में multiple ISD हो सकते हैं?
Ans. - हाँ, एक company में different offices like marketing division, security division आदि separate ISD registration के लिए apply कर सकते हैं.
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Q.6 - क्या ISD mechanism सिर्फ goods यानी input या capital goods के लिए भी use हो सकता है?
Ans. - नहीं, ISD mechanism केवल common input services के credit को distribute करने के लिए है.
Q.7 - Recipient of credit से क्या मतलब है?
Ans. - Recipient of credit मतलब goods/services का supplier जिनके पास same PAN no है as ISD.
Q.8 - ISD को credit distribute करने के लिए क्या conditions follow करनी ज़रूरी है?
Ans. - ISD को credit distribute करने के लिए following conditions check की जाएगी:
Q.9 - क्या CGST and IGST का credit ISD द्वारा IGST के credit की तरह distribute किया जा सकता है उन् जो units/recipients को different states में located हैं?
Ans. - हाँ, ISD CGST के credit को as IGST and IGST के credit को as IGST distribute कर सकता है जो units different states में located हैं.
Q.10 - क्या SGST का credit ISD द्वारा IGST के credit की तरह distribute किया जा सकता है उन् units/recipients को जो different states में located हैं?
Ans. - हाँ, ISD SGST के credit को as IGST distribute कर सकता है जो unit’s different states में located हैं.
Q.11 - कौन से period के turnover को consider किया जाएगा?
Ans. - जिस financial year में credit distribute किया जाएगा उसके preceding financial year के turnover के basis पर recipient को credit distribute होगा.
अगर preceding financial year का turnover कुछ या सारे recipient का नहीं है तो जिस month credit distribute होगा उसके previous quarter का turnover लिया जाएगा.
[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए section 16, 143 and CGST Rules, 2017 के Rule 55 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Job work क्या होता है?
Ans. - Section 2(68) के according job work means किसी person द्वारा किसी दूसरे registered person के goods पर कोई process या treatment करना.
Q.4 - Principal क्या होता है?
Ans. - कोई person जिसके behalf में agent business carry on करता है या goods/services receive करता है.
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Q.5 - Job work का क्या procedure होता है?
Ans. - Job work में inputs/capital goods registered person (Principal) द्वारा बिना tax pay किये job worker को job work के लिए send किया जाता हैं और job work complete होने के बाद again बिना tax pay किये processed goods को job worker की premises से principal या customer को (subject to certain conditions) send कर दिए जाते हैं.
Q.6 - Job work के case में ITC किसको मिलेगा?
Ans. - Job work के case में ITC Principal को ही मिलेगा job worker को नहीं.
Q.7 - अगर input/capital goods directly supplier की premises से job worker की premises send कर दिया गया तब ITC किसको मिलेगा?
Ans. - ऐसे case में ITC Principal को ही मिलेगा even if उसकी premises में input/capital goods आए बिना directly job worker की premises में send कर दिए गए हो.
Q.8 - कितने time period में job worker को input return करना है?
Ans. - Job worker को जब inputs send किये गए तब से 1 साल के अन्दर either principal को return कर दे या customer को supply कर दे.
लेकिन अगर input directly job worker को भेजे गए हैं तो जब input job worker को receive हुए तब से 1 साल count किया जाएगा.
Q.9 - कितने time period में job worker को capital goods return करना है?
Ans. - Job worker को जब capital goods send किये गए तब से 3 साल के अन्दर either principal को return कर दे या customer को supply कर दे.
लेकिन अगर capital goods directly job worker को भेजे गए हैं तो जब capital goods job worker को receive हुए तब से 3 साल count किया जाएगा.
Q.10 - Moulds and dies, jigs and fixtures या tools पर क्या time limit apply होगी?
Ans. - Moulds and dies, jigs and fixtures या tools जो job worker को send किये गए उस को return करने की कोई time period नहीं है.
Q.11 - अगर job worker prescribed time period में goods send नहीं करता तो क्या किया जाएगा?
Ans. - अगर goods prescribed time में job worker के premises से send नहीं किए गए तो यह मान लिया जाएगा की goods का supply उस date को हो गया था जब इसे job worker को send किया गया था और accordingly principal interest के साथ tax pay करने के लिए liable हो जाता है.[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए section 15, 25, 9, 10 and CGST Rules, 2017 के Rule 40, 41, 44 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Special cases के case में ITC को कैसे avail किया जायेगा?
Ans. –
Supplier | Inputs | Input Services | Capital Goods | Stock to be Considered as on |
Liable for registration
जब person registration लेने के लिए liable होते ही 30 days के अन्दर registration ले लेता है. |
Available | Not Available | Not Available | Day immediately preceding the date from which he becomes liable to pay tax |
Voluntary Registration | Available | Not available | Not available | Day immediately preceding the date of grant of registration |
Composition scheme to regular scheme | Available | Not available | Available* | Day immediately preceding the date from which supplier is liable to pay tax under regular scheme |
Exempt supplies become taxable | Available | Not available | Available*
सिर्फ ऐसे capital goods पर जो exclusively Exempt supplies के लिए use हो रहे थे. |
Day immediately preceding the date from which exempt supplies become taxable. |
*Capital goods का credit Rule 40 के according compute होगा.
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Q.4 - Special cases में ITC कब तक avail कर सकते हैं?
Ans. - Special cases के cases में ITC date of the issue of the tax invoice से 1 साल के अन्दर avail कर सकते हैं.
Q.5 - अगर registered person का constitution sale, merger, demerger, amalgamation, lease या transfer of the business की वजह से change हो जाता है, तब ITC का क्या treatment होगा?
Ans. - ऐसे case में registered person का electronic credit ledger में जो भी unutilised credit बाकी होगी वो sold, merged, demerged, amalgamated, leased या transferred business में Rule 41 of Central Goods and Services Tax Rules, 2017 के according transfer हो जाएगी.
Q.6 - अगर किसी registered person (supplier) के द्वारा supplied goods or service exempt हो जाए या supplier composition levy opt कर ले, तो ऐसे case में ITC का क्या treatment होगा?
Ans. - ऐसे case में supplier date of switch over/date of exemption के ठीक पहले वाली date तक के stock में रखे input/semi-finished goods/ finished goods में used input को electronic credit ledger or electronic cash ledger के through pay करेगा/reverse करेगा.
Capital goods के ITC को जितनी remaining useful life (in months) है उसके pro-rata basis में reverse करेंगे और यहाँ useful life को 5 साल मानेंगे.
Example
Capital goods 4 years 1 month and 18 days के लिए उसे हुई;
Remaining useful life 10 months.
ITC on capital goods: C
ITC to be reversed: C x 10/60
Q.7 - अगर registered person capital goods या plant and machinery को outward supply करता है जिस पर ITC लिया जा चूका हैं, तो ऐसे case में ITC का क्या treatment होगा?
Ans. - ऐसे case में registered person (supplier) इन् में से higher amount को pay करेगा:
जितना ITC लिया गया था less (-) 5% per quarter of a year or part thereof from the date of issue of invoice for such goods [i.e. capital goods की remaining useful life में जितना ITC related था (in quarters)] या Tax on transaction value.
Q.8 - अगर registered person द्वारा refractory bricks, moulds and dies, jigs और fixtures को as scrap supply किया गया ऐसे मे tax कैसे pay करेगा?
Ans. - ऐसे case में registered person Rule 15 के according computed transaction value पर tax pay करेगा.[/expand]
Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - अगर registered person partly taxable supply including zero rated supply और partly exempt supplies और ऐसे supplies जिसमें recipient reverse charge basis पर tax collect करता है तो ITC कैसे avail करेंगें?
Ans. - ऐसे case में registered person को सिर्फ taxable supplies including zero rated supply के लिए ITC मिलेगा, exempt supplies और reverse charge based supplies पर कोई ITC नहीं मिलेगा.
Q.3 - Blocked credit क्या होता है?
Ans. - GST के under almost हर input या input services जो taxable goods या services के supply में use हुए, उन् पर paid tax का ITC मिल जाता है except कुछ items के जो section 17 के sub-section 5 में specified है. ये items input या input service या capital goods है और business purpose के लिए use किये जाते हैं लेकिन फिर भी इन् पर paid tax का credit नहीं मिलता, इन्हें blocked credit कहा जाता है.
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Q. 4 - Blocked credit में कौन से Goods/Services cover होते हैं?
Ans. - Following Goods/Services पर paid tax पर registered person को credit नहीं मिलता:
S. No | ऐसे Goods/Services जिस पर credit blocked है | Column 2 के कुछ Exceptions जहाँ credit allow होता है | Comments |
1. | Transportation Motor vehicles जिसकी seating capacity ≤ 13 persons है (including the driver) | लेकिन अगर Motor vehicles ऐसे taxable supplies में use होती है तो credit मिल जायेगा जैसे :
मोटर vehicle को further taxable supply में use करना या Passengers के transportation के लिए या मोटर vehicle चलाने की training देने में use किया जाता है.
|
मोटर vehicle जिसकी seating capacity > 13 persons है (including the driver) किसी भी purpose में use हो ITC मिल जाएगा.
Column 3 में दिए गए purpose के अलावा अगर motor vehicle कहीं और use में आएगी तो ITC नहीं मिलेगा. |
2. | Vessels and aircrafts | लेकिन अगर Vessels and aircrafts ऐसे taxable supplies में use होती है तो credit मिल जाएगा जैसे :
Vessels and aircrafts को further taxable supply में use करना या Passengers या goods के transportation के लिए या Vessels को चलाने की training देने में. Aircrafts को उड़ाने पर training देने के taxable supply पर. |
Column 3 में दिए गए purpose के अलावा अगर Vessels and aircrafts कहीं और use में आएगी तो ITC नहीं मिलेगा. |
3. | General insurance, servicing, repair and maintenance relating to:
ü Motor vehicles ü Vessels ü Aircraft |
यह services ITC के लिए eligible होंगी जब यह services निचे दिए गए लीगो को दी जाएगी:
ü Manufacturer of motor vehicles, Vessels, Aircraft या
ü Supplier of general insurance services in respect of ineligible motor vehicles, vessels or aircraft insured by him |
ü ऐसे motor vehicles, Vessels, Aircraft जिन पर ITC allowed नहीं है, उस पर इन services का ITC भी allow नहीं होगा.
ü ऐसे motor vehicles, Vessels, Aircraft जिन पर ITC allowed है, उस पर यह services का ITC भी allow होगा.
|
4. | Leasing, renting or hiring of motor vehicles, vessels or aircraft on which ITC is not allowed | ü अगर ये goods/services registered person द्वारा same category में outward taxable supply में या as part of taxable composite or mixed supply में use हो या
ü किसी statutory obligation की वजह से employer द्वारा employees को दी जा रही है.
इन् cases में ITC allowed होगा.
|
यह services ITC के लिए eligible होगी अगर sub contract की जाती है यानी ऐसे person द्वारा use की जा रही है जो same line of business में है.
|
5. | ü Food and beverages
ü Outdoor catering ü Beauty treatment ü Health services ü Cosmetic and plastic surgery ü Life insurance and health insurance |
ü अगर ये goods/services registered person द्वारा same category में outward taxable supply में या as part of taxable composite or mixed supply में use हो या
ü किसी statutory obligation की वजह से employer द्वारा employees को दी जा रही है.
इन् cases में ITC allowed होगा. |
अगर बिना statutory obligation के ये goods/ services employer द्वारा employees को दी जा रही है तो ITC allowed नहीं होगा.
|
6. | Membership of a club, health and fitness centre | किसी statutory obligation की वजह से ये goods/ services employer द्वारा employees को दी जा रही है तो ITC allowed नहीं होगा. | अगर बिना statutory obligation के ये goods/ services employer द्वारा employees को दी जा रही है तो ITC allowed नहीं होगा.
|
7. | Travel benefits extended to employees on vacation such as leave or home travel concession | किसी statutory obligation की वजह से ये goods/services employer द्वारा employees को दी जा रही है तो ITC allowed नहीं होगा.
|
अगर बिना statutory obligation के ये goods/services employer द्वारा employees को दी जा रही है तो ITC allowed नहीं होगा.
|
8. | Works contract services for construction of immovable property. | ITC allowed होगा अगर:
ü यह sub contracting का case है यानी यह input service है further works contract service के लिए. ü Immovable property plant and machinery है. |
जब value of works contracts service capitalise नहीं हुई तब उस पर ITC allow होगा |
9. | Immovable property के self construction के लिए supplied G/S. | ITC allowed होगा अगर Immovable property plant and machinery है.
|
जब value of goods/service capitalise नहीं हुई तब उस पर ITC allow होगा |
10. | Composition levy के under Inward supplies पर charged tax | -- | Composition levy के under supplier receipient से कोई tax collect नहीं कर सकता,ऐसे case में recepient को supplies पर ITC नहीं मिलेगा |
11. | Non-resident taxable person द्वारा received inward supplies. | अगर NRTP goods import करता है तब ITC allow होगा. | NRTP द्वारा received goods और supply पर paid tax का कोई ITC allow नहीं होगा. |
12. | Personal consumption में used Inward supplies. |
-- |
Personal consumption में used Goods/Services पर कोई ITC allow नहीं होगा. |
13. | Lost goods, stolen, destroyed, written off या disposed of by way of gift or free samples. |
-- |
No ITC |
14. | Tax paid in fraud cases, detention, confiscation etc. |
-- |
No ITC |
Q.5 - क्या यहाँ construction में re-construction, renovation भी include होंगे?
Ans. - हाँ, construction में re-construction, renovation, alterations या repairs भी include है, जो भी immovable property की cost में include किया जाएगा यानी capitalise किया जाएगा या जितनी amount capitalise नहीं होगी उसे construction नहीं माना जाएगा.
Q.6 - इस section के लिए Plant and machinery से क्या अर्थ है?
Ans. - Plant and machinery means apparatus, equipment, and machinery जिससे structural support/foundation से fix किया गया है और outward supply of goods or services के लिए use किया जाता है; लेकिन plant and machinery में यह include नहीं है:
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