Law Legends

Q.1 – Section 133 में officers के पास कौन से person से information collect करने के power है?
Ans. - Section 133 में information below mentioned person से ले सकते है:
• जहाँ पर firm के द्वारा, firm के partner का नाम, partner का address and उनके share की details को submit किया जाएगा;

• HUF के case में, HUF के manager का name and address and family member’s की details को मांगा जा सकता हे;

• Income tax authority के पास reason to believe (विश्वास करने का) कारण हे की कोई person जो किसी trust का trustee, guardian या agent हे तब trust का trustee, guardian या agent or member की details person के द्वारा income tax authority को submit कि जाएगी;

• जहाँ पर person के द्वारा preceding year में किसी भी person को Rs 1000 या उससे अधिक का rent, interest, commission, royalty, brokerage any annuity ,का payment किया गया हे लेकिन salary को छोड़कर उनसे related ,name and address की details को मांगा जा सकता है;

• किसी भी Dealer, broker or agent or कोई person जो stock या commodity exchange के management से related है उनसे उन सभी person के name and address का statement present किया जाएगा, जहाँ पर person के द्वारा stock या commodity के संबंध में sale , exchange या अन्य किसी transaction से related किसी भी amount का payment किया है या receive हुआ है;

• Assessing Officer, Deputy Commissioner of Appeals, Joint Commissioner or Commissioner of Appeals के द्वारा किसी भी person से, जिसमे include किया गया है banking company or उसके officer को, इनसे information को माँगा जा सकता है जो की किसी proceeding से related है. ऐसी information को prescribed format में , and prescribed तरीके से verified करके statement को submit किया जाएगा.

Q.2 – Section 133 में officer’s का क्या मतलब होता है?
Ans. – Section 133 में officer’s का मतलब Assessing Officer, Deputy Commissioner of Appeals, Joint Commissioner or Commissioner of appeal है.

Q.3 – Section 133 में अगर proceeding pending नही है तो कौन से officers power to call information exercise कर सकते है?
Ans. - इस section मे Principal Director or Director or, Principal Commissioner or Commissioner की prior approval लेकर अपनी power को exercise किया जा सकता हे.

Q.1 – यह section किसके बारे में बात करता है?
Ans. – यह section books of accounts को demand करने का power देता है.

Q.2 –Books of accounts demand करने की power किसके pass है?
Ans.- जब Principal Director General or Director General or Principal Director or Director or the Principal Chief Commissioner or Chief Commissioner or Principal Commissioner or Commissioner, के pass reason है यह माननें का के books of accounts जो demand की गई है–
a)
• The income tax act 1922 के section 37 (1) के summon में; या
• The income tax act 1922 के section 22 (4) के notice में; या
• The income tax act 1961 के section 131 (1) के summon में;
• The income tax act 1961 के section 142(1) के notice में;
b) जिसे assessee द्वारा produce नहीं किया जा सका है क्योंकि books of accounts किसी दूसरे law की authority या officer के pass है; या
c) या फिर books of account या other documents जो की Indian Income-tax Act, 1922 या इस act के under चल रही कोई proceedings के सन्दर्भ में useful है और जिस व्यक्ति को summon या notice issue किया गया है या किया होगा वह किसी दुसरे act के under कोई authority या officer की custody से मिलने के बाद भी ऐसे books of account या other documents को produce नहीं करेगा;

d) ऐसी assets जिसकी पूरी या कुछ income या property को इस act के under किसी व्यक्ति द्वारा disclose नहीं किया गया है और उसके possession से ऐसी assets को कोई officer या authority द्वारा किसी अन्य law के under custody में ले लिए गया है;
तो फिर Principal Director General or Director General or Principal Director or Director or the Principal Chief Commissioner or Chief Commissioner or Principal Commissioner or Commissioner किसी भी Additional Director, Additional Commissioner, Joint Director, Joint Commissioner, Assistant Director या Deputy Director, Assistant Commissioner या Deputy Commissioner या Income-tax Officer को authorise कर सकता है जिनको इस section में और section 278D(2) में requisitioning officer के रूप में refer किया गया है उनको section 132A में ऊपर refer किए गए officer या authority ऐसी books of accounts या other documents या assets को requisitioning officer को deliver करेगे.

Q .3 - Books of accounts demand करने के कितने दिनों में मिल जाएगी?
Ans. -Requisition की गयी books of accounts को other law के officer या authority तुरंत या जब उनको लगता है की उन्हें books of account या document को custody में रखने की जरुरत नही है तब वह ऐसे books of accounts या other documents या assets requisition officer को deliver करेगा.

Q.4 - Requisitioning officer के पास books आने के बाद क्या होगा?
Ans. - Requisitioning officer के पास books आने के बाद section 132 और 132B के sub section (4A) से ले कर sub section (14) तक ऐसे apply होंगे जेसे की books of accounts या other documents या assets को requisitioning officer द्वारा seize कर लिया गया है और ऐसा मान लिया जाएगा की जहाँ भी sub section (4A) से ले कर sub section (14) में authorized officer को mention किया गया है वहां authorized officer को requisitioning officer से substitute कर दिया जाएगा.

Q.1 – Section 132 search and seizure के case में search कब initiate की जाएगी?
Ans. - Principal Director General or Director General or Principal Director or Director or the Principal Chief Commissioner or Chief Commissioner or Principal Commissioner or Commissioner or Additional Director or Additional Commissioner or Joint Director or Joint Commissioner को लगता है की उनके पास कुछ जानकारी या information है और reason to believe है जैसे की:-
• Person को books of account या document को produce करने के लिए section 131(1) या 37(1) के अन्दर summon issue किया गया था और section 22 के under notice दिया गया था और वह books of account या document को produce करने में fail हो जाता है; या
• Person को books of account या document को produce करने के लिए summon या notice issue किया गया था जो की Indian income tax act 1922 के under proceedings में relevant या useful है; या
• Person जिसके पास कोई money, bullion, jewellery या valuable article या thing और उसको income tax act के तहत नहीं दिखाया गया जिसको undisclosed income या property कहा जाएगा;
• तब Section 132 के अन्दर search initiate की जा सकती है.

Q.2 – क्या Principal Director General or Director General or the Principal Chief Commissioner या Chief Commissioner या commissioner के द्वारा u/s 132 के अन्दर search को initiate करने के लिए अपनी power lower authority को delegate की जा सकती है?
Ans. – Yes , Principal Director General or Director General or the Principal Chief Commissioner या Chief Commissioner या commissioner के द्वारा section 132 के अन्दर search को initiate करने के लिए Additional, Joint और Assistant Director या Commissioner या Deputy Commissioner or Income tax Officer को authorised officer appoint कर सकते हैं.

Q.3– Search के दौरान officer के pass क्या power है?
Ans. – Search के दौरान officer को following power दिए गए है जैसे की:
• किसी भी building, place, vessel, vehicle or aircraft में जा कर search कर सकता है अगर उसे लगता है की books of account, documents, money, bullion, jewelry या valuable article या thing को वहां पर रखा है; और
• अगर किसी भी door, box, locker, safe, almirah के lock की key available नहीं है तो उसका lock तोड़ सकता है;
• जो person building, place, vessel, vehicle or aircraft के बहार निकल गया हो या उस में अन्दर जाने वाला हो या उस के अन्दर हो ऐसे person को search कर सकता है अगर assessing officer को लगता है की ऐसे person ने अपने person के बारे में ऐसी कोई books of account, other documents, money, bullion, jewellery या valuable article या thing को Secret रखा है;
• कोई person जिस के पास electronic record के form में books of account या दूसरे documents रखे है या control में है तो authorised officer को ऐसे books of account या documents के inspection करने के लिए जरुरी सुविधा दी जाएगी;
• Search के दोरान कोई भी books of account, documents, money, bullion, jewellery या valuable article या thing मिलती है उसे seize कर लिया जाएगा;
• पर अगर bullion, jewellery or other valuable article or thing उस business का stock-in-trade है तो उसे seize नहीं किया जा सकता लेकिन authorised officer को stock-in-trade का एक inventory note बनाना होगा;
• कोई भी books of account या other documents पर identification mark लगा सकता है या उसकी copies कर सकता है;
• Money, bullion, jewellery या other valuable article या thing का note या inventory बना सकता है.

Q.4 – क्या search के दौरान authorised officer Government Department के अन्य किसी department से assist करने की request कर सकते है?
Ans. – Authorised officer चाहे तो Section 132 के अनुसार search के दौरान police officer या central government के कोई भी officer की services request कर सकता है और ऐसे officer को ऐसी request का पालन करना पढ़ेगा.

Q.5 – Search के दौरान assessee द्वारा दिए गए statement को evidence के रूप में use किया जा सकता है?
Ans. – Authorise officer चाहे तो person को oath के basis पर examine कर सकता है और उस दौरान उस person ने कोई statement दिया है तो उसे Indian Income Tax, 1922 के तहत किस भी proceeding में evidence के रूप में उपयोग कर सकते है.

Q.6 – Search के दौरान officer के द्वारा क्या presumption लिए जाएंगे?
Ans. – किसी person के possession या control में कोई books of accounts, documents, money, bullion, jewellery या कोई valuable article या thing है ऐसी चीज़े उस person की स्वयं की मान ली जाएगी और जो भी books of account और document में जो content है वह भी सही मान लिया जाएगा और उन document या books of account में कोई भी signature या handwriting मिलती है तो ऐसा मान लिया जाएगा की यहाँ signature और handwriting उस person की है और किसी case में document stamped executed या attested है तो ऐसा मान लिया जाएगा की उसी person द्वारा executed या attested करवाई गयी है.

Q.7 – Search के दौरान जब्त कि गई books of account , money , bullion - jewellery को impound किया गया है जहाँ जब्त किये गए item दूसरे jurisdiction के officer से belong करते है तब search complete होने के बाद कितने time में इन्हें handover किया जाएगा ?
Ans. – Search के दौरान जब्त कि गई books of account, money, bullion, jewellery को impound किया गया है जो की दूसरे jurisdiction से belong करती हे तब search complete होने से 60 दिन के अन्दर relevant jurisdiction के assessing officer को books of account, money, bullion, jewellery handover किया जाएगा.

Q.8 – क्या officer revenue को protect करने के लिए assessee की property को attach कर सकता है?
Ans. – अगर authorised officer को search या seizure के दौरान या last search के authorizations से 60 दिन के अन्दर लगता है की revenue को protect करने के लिए assessee की property का provisional attachment करना चाहिए तो reasons को लीखित में record कर के Principal Director General या Director General या the Principal Director or Director की written approval ले कर assessee की property का provisional attach कर सकते है.

Q.1 – Chapter XII-A (Special Provisions Relating to Certain Incomes of Non-Residents) के provision Non Resident Indian पर कब applicable नहीं होंगे?
Ans. – अगर Non Resident Indian चाहता है की chapter XII-A (Special Provisions Relating To Certain Incomes of Non-Residents) के provision उसपर applicable नहीं हो तो उसको section 139 में return of income के साथ एक declaration देना होगा जिसमे mentioned होगा के उस assessment year के लिए assessee पर Chapter XII-A (Special Provisions Relating To Certain Incomes of Non-Residents) के provision applicable नहीं हो.

Q.2 – अगर Non Resident Indian पर Chapter XII-A (Special Provisions Relating to Certain Incomes of Non-Residents) applicable नहीं होगा तो उसकी total income पर tax कैसे charge किया जाएगा?
Ans. - अगर Non Resident Indian पर Chapter XII-A (Special Provisions Relating to Certain Incomes of Non-Residents) apply नही होगा तो उसकी total income पर tax इस act के दूसरे provision के according charge होगा.

Q.1 – अगर Non - resident Indian किसी previous year में total income के respect में resident हो जाता है तो क्या इस chapter के benefits मिलेंगे?
Ans. – हाँ, Non- resident Indian अगर किसी previous year में total income के respect में resident हो जाता है तो इस chapter के benefits मिलेंगे.

Q.2 – ऐसे non resident जो अब resident हो गए हैं उनको इस chapter का benefit लेने के लिये क्या करना होगा?
Ans. – जिस previous year में Assessee resident हो गया है उस previous year से relevant assessment year में assessee को section 139 (1) के return के साथ assessing officer को एक declaration भी देना होगा की chapter XII-A (Special Provisions Relating To Certain Incomes of Non-Residents) के benefits section 115C में referred specified asset के respect की हुई investment income पर applicable रहे; और अगर assessee ऐसा करता है तो इस chapter के benefits उसे उस assessment year तक मिलेगे जब तक वो specified asset transfer या money में convert नहीं हो जाती है.

Q.1 – Non- resident Indian को कब return file नहीं करना होगा?
Ans. – Non- resident को section 139(1) में return furnish करने की जरुरत नहीं है अगर–
• उसकी total income में सिर्फ investment income या long term capital gain की income या दोनों income है ; और
• उन income पर Chapter XVII-B में TDS deduct हुआ है.

Q.1 – Non-resident Indian को foreign exchange asset को transfer करने से हुए long term capital gain का क्या treatment होगा?
Ans. – Non- resident Indian द्वारा अगर foreign exchange asset transfer कर के कोई long term capital gain arise होता है और assessee ने transfer की date से 6 month के अन्दर पूरे या part net consideration को किसी specified asset या section 10 (4B) में referred किसी saving certificate पर invest किया है तो capital gain को इस तरह से treat किया जाएगा–
• अगर new asset का cost original asset के net consideration से ज्यादा है तो पूरे capital gain को section 45 में exempt किया जायेगा;
• अगर new asset का cost original asset के net consideration से कम है तो पूरे capital gain में से new asset के proportion का capital gain exempt होगा.

Q.2 – Non-resident Indian द्वारा acquired new asset को कितने period के लिए hold करना है?
Ans. – Non-resident Indianद्वारा acquired new asset को date of acquisition से 3 साल तक hold करना होगा.

Q.3 - Non-resident Indian ने अगर new asset को 3 साल के पहले transfer या money में convert कर दिया तो क्या होगा?
Ans. - अगर non resident द्वारा acquired new asset को date of acquisition से 3 साल के अन्दर transfer या (transfer के अलावा) money में convert किया जाता है, तो जितना original asset के transfer से arise capital gain exempt हुआ था वह capital gain उस previous year में capital gain head में taxable होगा जिसमे new asset transfer हुई है.

Q.4 –Foreign Exchange Asset से क्या अर्थ है?
Ans. - Foreign Exchange Asset means कोई specified asset जिसे assessee ने convertible foreign currency में acquire या purchase या subscribe किया है.
Specified asset means following में से कोई भी सम्पति, जैसे की–
• Indian company के share;
• Indian company जो Companies act, 1956 में defined है लेकिन private company नहीं है उनके द्वारा issued debenture;
• Indian company जो Companies Act, 1956 में defined है, लेकिन private company नहीं है, उनके साथ रखे deposit;
• Central Government की कोई security जैसा Public Debt Act, 1944 के section 2 (2) में defined है;
• ऐसी other asset जिसे Central Government ने official gazette में इस behalf में notify किया है.

Q.1 – Non - resident Indian की investment income और long term capital gains पर tax कैसे calculate करेंगे?
Ans. – Non-resident Indian की total income में जहाँ:-
• Investment income या specified asset के अलावा किसी asset से हुए long term capital gain की income;
• Long term capital gain की income शामिल है.
तो उस पर tax इस तरह payable होगा:
• Investment income या specified asset के अलावा किसी asset से हुए long term capital gain की income को @20% से tax करेंगे;
• Long term capital gain की income को @10% से tax करेंगे;
• और total income से ऊपर की दोनों income को less करने के बाद जो income बचेगी उस पर normal rate से tax charge किया जाएगा.

Q.1 – Non–Resident Indian की investment income कैसे calculate करेंगे?
Ans. –Non-Resident की Investment income calculate करने में किसी भी तरह के expenditure या allowance का deduction नहीं मिलेगा.

Q.2 – Non Resident Indian की Gross total income में केवल investment income या capital gain की income है तो क्या treatment होगा?
Ans. –जहाँ Non Resident Indian की Gross total income में केवल investment income या long term capital gain की income या दोनों के माध्यम से income शामिल है तो assessee को chapter VI–A का कोई भी deduction allow नहीं किया जायेगा और section 48 के second proviso भी apply नहीं होगा.

Q.3 – क्या Non-resident Indian को basic exemption का benefit मिलेगा अगर NRI को सिर्फ investment income या capital gain की income है?
Ans. – नहीं, क्योंकि यह दोनों income special rate से taxed होती हैं इसलिए अगर NRI को सिर्फ investment income या capital gain की income है तो basic exemption का benefit नहीं मिलेगा.

Q.4 – Non Resident Indian की Gross total income में investment income या capital gain की income भी शामिल है तो क्या treatment होगा?
Ans. –जहाँ Non Resident Indian की Gross total income में investment income या long term capital gain की income या दोनों के माध्यम से भी कोई income शामिल है तो assessee को chapter VI–A का deduction, Gross total income से इस income को less करने के बाद allow किया जायेगा.

Q.1 – Convertible Foreign Exchange क्या अर्थ है?
Ans. - Convertible Foreign Exchange means ऐसी Foreign Exchange जिसे Reserve Bank of India द्वारा Foreign Exchange Management Act ,1999 और उसके under बनाए गए rules के लिए Convertible Foreign Exchange के रूप में माना जाता है.

Q.2 –Foreign Exchange Asset से क्या अर्थ है?
Ans. - Foreign Exchange Asset means कोई specified asset जिसे assessee ने convertible foreign currency में acquire या purchase या subscribe किया है.

Q.3 – Investment income का क्या अर्थ है?
Ans. - Investment income means कोई भी income जिसे foreign exchange asset से derive किया है.

Q.4 – Long- term capital gain का क्या अर्थ है?
Ans. - Long term capital gain means ऐसी foreign exchange asset की income जो short term capital asset नहीं है जिसकी income capital gain head में chargeable है.

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