Q.1 – यह section किस reference में बात करता है?
Ans. - यह section Conversion of an Indian branch of foreign company into subsidiary Indian company से related बात करता है.
Q.2 – Section 115JG की scheme के अन्दर कौन से benefits, exemption और relief दिया गया है?
Ans. – Section 115JG की scheme के अन्दर निचे दिए गए benefits, exemption और relief दिया गया है:-
• इस तरह के conversion से arise होने वाले capital gain, tax के लिए chargeable नहीं होंगे;
• कोई भी unabsorbed depreciation, set off or carry forward और set off of losses, या ऐसी tax credit, जिस पर deemed income consider कर tax pay कर दिया हैं, तो foreign company और Indian subsidiary company के tax computation में exemption, modifications, या adoption specified notification के according किया जाएगा.
Q.3 – Section 115JG की scheme मे दिए गए benefits, exemption या relief को claim करने की क्या conditions है?
Ans. – जहां एक foreign company, India में स्थित अपनी branch के माध्यम से, banking के business में India में है और ऐसी branch को एक Indian subsidiary company में convert किया गया है, और ऐसा conversion RBI के द्वारा बनाई गई scheme के अनुसार होना चाहिए. अगर इस provision के अनुसार conversion होता है तो उन्हें इस provision के benefits, exemption and relief claim कर सकते है. लेकिन कोइ भी foreign company या Indian subsidiary company ने scheme की condition या notification का comply नहीं किया है तो इस act के सारे provision apply होंगे और sub section 1 के benefit available नहीं होंगे.
Q.4 – क्या होगा अगर previous year में इस section में available benefit etc. claim कर लिए थे लेकिन after grant of such claim foreign company or the Indian subsidiary company conditions को comply नहीं कर रही है?
Ans. – जहाँ previous year में कोई benefit, exemption, या relief foreign company या Indian subsidiary company ने claim करी थी और उसकी grant भी मिल गई है और subsequently scheme की condition या notification को comply करने में failure हुआ है तो ऐसा माना जाएगा की वो benefit, exemption, या relief wrongly allow की है or इस act में कुछ भी दिया होने के बावजूद assessing officer उस previous year की income दोबारा से recalculate करेगा और section 154 के provision के अनुसार 4 साल के अन्दर rectification किया जा सकता हैं और ये rectification उस previous year के end से count करेंगे जब condition breach हुई है. जो भी notification इस section के under में issue होता है वो दोनों house of parliament में present करना होगा.