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SECTION 200A PROCESSING OF STATEMENTS OF TAX DEDUCTED AT SOURCE

Q.1 - जो statement section 200 मे file किया जाता है उसकी processing कैसे होती है?
Ans. - जो statement file किया जाता वो इस तरह से प्रोसेस होता है:-
a) जो sum deductible है वो compute किया जाता है निचे दिए गए adjustments को करने के बाद:-
i. कोई arithmetical error हो statement मे;
ii. कोई incorrect claim हो, जो statement में दी गई information से अलग है.
b) अगर कोई interest payable हो, statement के हिसाब से;
c) कोई interest payable हो section 234E के provision के according;
d) Deductor द्वारा payable amount, या refund के amount का calculation interest और fee के adjustment के बाद ही किया जाएगा जो की section 200, 201 या section 234Eके underpay किया गया है and हर वो amount जो tax, interest या fee के रूप में pay किया गया है;
e) Deductor को इस बात की intimation दी जाएगी जिसमे payable amountया payable refund केamount को specify किया जाएगा और अगर कोई amount Deductor को due है तो उसे वह amount grant कर दिया जाएगा बशर्ते कि कोई भी intimation financial year के end से एक साल के ख़त्म होने के बाद नहीं भेजा जाएगा जिस साल का statement file किया गया है;
f) अगर Clause D के अनुसार अगत Deductor को कोई Refund का amount grant करना होगा तो.

Q.2 - Incorrect claim से क्या मतलब है?
Ans. - “Statement में किसी भी Information से clearly दिखने वाले Incorrect Claim” का मतलब उस statement में दि गई information से है जो inconsistent है और वह उसी statement में दि गई किसी other information की तरह है या फिर उस statement में दी गई TDS की rate इस act के provision के according नहीं है.

Q.3 - जल्दी tax computation या refund के लिया क्या scheme बनाई जा सकती है?
Ans. - TDS statements की processing के लिए Board centralized processing unit के लिए scheme बना सकती है ताकि Deductor द्वारा payable tax या refund के amount को जल्द से जल्द determine किया जा सके.

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