Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए Section 37 और CGST Rules, 2017 के Rule 8, 60 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Registered person का मतलब क्या होता है?
Ans. - CGST Act, 2017 के Section 2(94) के according Registered Person मतलब वो person जो act के Section 25 के under registered है पर इसमें उस person को include नहीं किया जाएगा जिसके पास Unique Identity Number है.
Q.4 - Outward supply की details कैसे furnish की जाएगी?
Ans. - Registered Person को वो tax period जिसमें goods या services की outward supply की गई है उसके बाद आने वाले महीने की 10 तारीख से पहले हर उस outward supply की details को electronically furnish करना होगा, और साथ ही prescribed time period में उसी supply के recipient को भी communicate करना होगी.
Q.5 - Details of outward supply मतलब क्या होगा?
Ans. - इस chapter के under outward supply के relation में issue किए गए;-
a) Invoice;
b) Debit Note;
c) Credit Note;
d) Revised Invoices;
की details को Details of outward supply में include किया जाएगा.
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Q.6 - Outward supply की details को recipient को कैसे communicate किया जाएगा?
Ans. - Section 37(1) के under registered person द्वारा furnish की गई outward supply की details के साथ input tax credit की details के auto-generated statement को electronically उस supply के recipient को भी भेजा जाएगा.
Q.7 - Auto-Generated Statement में क्या आएगा?
Ans. - Auto-Generated Statement में जिन details को बताया जाएगा वो कुछ इस प्रकार है;-
i. उस inward supply की details जिसके reference में recipient को input tax credit मिलेगी.
ii. उस inward supply की details जिसके reference में recipient को wholly या partly input tax की credit नहीं मिलेगी.
Q.8 - किसी भी recipient को input tax की credit कब नहीं मिलेगी?
Ans. - Section 37(1) के under furnish की गई outward supply की details के respect में जिन recipient को wholly या partly input tax की credit नहीं मिलेगी वो कुछ इस प्रकार हैं:
i. वह recipient जिसकी registration लेने की process चल रही है;
ii. वह registered person जिसने tax के payment में default किया है और ये default prescribed period के लिए continue हुआ है;
iii. वह registered person जिसके द्वारा furnish किए गए details of outward supply के under pay किए जाने वाले output tax की value उस period की उतनी output tax value से ज्यादा है जितना prescribe किया गया है;
iv. ऐसा registered person जिसने allow की गई prescribed limit से ज़्यादा value की input tax credit avail कर ली है;
v. वह registered person जिसने Section 49(12) के provisions के under उसकी tax liability discharge करने में default कर दिया है.[/expand]