Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - इस section को समझने के लिए और दूसरे कौन से sections या rules को refer करना होगा?
Ans. - इस section को समझने के लिए Section 2(91), 73, 50, 122,125,129, 130 और 132 और CGST Rules, 2017 के Rule 53, 96B, 121 और 152 को refer कर सकते हैं.
Q.3 - Proper Officer मतलब क्या होता है?
Ans. - CGST Act, 2017 के Section 2(91) के according Proper Officer मतलब Commissioner या Central Tax का वो officer जिसे Board में Commissioner द्वारा Proper Officer की duties perform करने का function assign किया गया है.
Q.4 - Show cause notice मतलब क्या होता है?
Ans. - Act के under taxable person द्वारा कोई भी चूक होने पर officer उसे उसकी गल्ती बताते हुए notice issue करता है और explanation मांगता है कि ऐसा क्यों हुआ,
और इसके सम्बन्ध में act के under उसपर penalty क्यों ना लगाई जाए या उसके खिलाफ department कोई भी proceedings क्यों ना करे.
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Q.5 - Section 74 के under taxable person का intention to fraud मायने रखता है क्या?
Ans. - Section 74 के provision तब ही apply होते हैं जब taxable person fraud से या department को नुकसान पहुंचाने के intention से tax evade करता है.
Q.6 - Section 74 के under notice या order issue करने की power किसको है?
Ans. - Section 74 के under show cause notice या order issue करने की power सिर्फ Proper Officer को दी गई है.
Q.7 - Proper Officer इस section में कब notice issue कर सकता है?
Ans. - Proper Officer Section 74(1) के under statement के साथ Form GST DRC-01 में electronically notice issue करेगा जब उसको लगता है की उस person ने:
a) Tax pay नहीं किया है, या
b) Tax कम pay किया है, या
c) Erroneous tax refund ले ली है, या
d) Input tax credit wrongly avail करी है, या फिर
e) Input tax credit का गलत utilization किया है
और Section 74(1) के under notice तब ही दिया जाएगा जब taxable person ने ऐसा कुछ fraud, wilful misstatement या suppression of facts के intention से किया हो.
Q.8- इस section के under show cause notice issue करने की time limit क्या होगी?
Ans. - Proper Officer को order issue करने की 5 साल की limit से कम से कम 6 महीने पहले notice issue करना होगा, और order issue करने की limit कुछ इस प्रकार है:
a) जिस financial year में tax not paid, short paid or input tax credit wrongly availed or utilized किया गया था उस year के annual return furnish करने की last date से 5 साल में order pass करना होगा, और
b) Erroneous refund के case में refund की date से 5 साल में order pass हो जाना चाहिए.
Q.9 - Notice issue होने से पहले भी payment किया जा सकता है क्या?
Ans. - हाँ, taxable person notice issue होने से पहले भी खुद ही ascertain करके या proper officer से ascertain करवा कर Section 50 के under interest के साथ tax का amount और उस ascertain किए गए tax के amount पर 15% की penalty pay कर सकता है,
और payment करने के बाद उसकी information Form GST DRC-03 में writing में proper officer को दे देगा.
Q.10 - Form GST DRC-03 में information receive करने के बाद proper officer क्या करेगा?
Ans. - Taxable person द्वारा Form GST DRC-03 में payment की information receive करने के बाद Proper Officer Form GST DRC-04 में उस person को payment के acceptance का acknowledgement भेजेगा पर pay किए गए tax के amount के relation में किसी भी प्रकार का notice या statement issue नहीं किया जाएगा.
Q.11 - Section 74(5) में payment करने के बावजूद भी अगर tax के amount का shortfall होता है तो क्या होगा?
Ans. - अगर proper officer को लगता है की section 74(5) में pay किया गया amount actual tax liability के amount से कम है तो उस case में वो उस person को बचे हुए amount की recovery के लिए Section 74(1) के under notice issue करेगा.
Q.12 - Notice के relation में चल रही proceedings का conclusion कब माना जाएगा?
Ans. - अगर notice receive करने से 30 दिन में वो person Section 50 के under interest के amount के साथ tax और total tax की value की 25% penalty pay कर देता है तो उस case में उस पर चल रही proceedings का conclusion माना जाएगा.
Q.13 - Maximum penalty का amount क्या बताया गया है?
Ans. - Section 74 के अनुसार penalty का amount 100% of tax होगा.
Q.14 - यदि taxable person time limit में पूरे tax amount का payment कर दे तो उस case में क्या होगा?
Ans. - यदि taxable person show cause notice receive करने से 30 दिन में Section 50 के under interest के amount के साथ पूरा tax और total tax की value की 25% penalty pay कर देता है तो उस case में उस पर चल रही proceedings का conclusion माना जाएगा.
Q.15 - इस section में order issue करने की time limit क्या बताई है?
Ans. - Section 74 के under order issue करने की limit कुछ इस प्रकार है:
a) जिस financial year में tax not paid, short paid or input tax credit wrongly availed or utilized हुआ है उस year के annual return furnish करने की last date से 5 साल में order pass करना होगा, और
b) Erroneous Refund के case में refund की date से 5 साल में order pass हो जाना चाहिए.
Q.16 - इस section में Condonation of delay का कोई provision है क्या?
Ans. - Section के under time limit में payment ना किए जाने के case में उस person पर penalty लगाईं जाएगी पर इसके बाद उसे Condonation of delay नहीं दिया जाएगा.
Q.17 - Show cause notice किस form में issue किया जाएगा?
Ans. - Proper Officer द्वारा Form GST DRC-01 में taxable person को show-cause notice issue किया जाएगा.
Q.18 - Section 74 के under statement मतलब क्या है?
Ans. - Section 74(1) के under notice के साथ proper officer Form GST DRC-02 में statement issue करेगा जिसमें payable amount की summary के साथ उससे related सारी details बताई जाएगी.
Q.19 - Proceedings in respect of the said notice’ का क्या मतलब है?
Ans. - Section 74 में ‘Proceedings in respect of the said notice मतलब CGST Act, 2017 के Section 132 में बताई गई proceedings को छोड़कर सारी proceedings को यहाँ include किया जाएगा.
Q.20 - Proceedings के conclusion का क्या effect होगा यदि main person के साथ और किसी person को भी liability की recovery के लिए notice issue किया गया है?
Ans. - वो main person जो tax pay करने के लिए liable है यदि Section 74 के under उसके साथ किसी और person को भी liability के लिए notice issue किया जाता है तो उस case में main person के सम्बन्ध में चल रही proceedings के conclude होने पर उन सभी person के लिए भी proceedings का conclude होना माना जाएगा जिनको उस liability के लिए notice दिया गया था.
Q.21 - Suppression मतलब क्या होता है?
Ans. - Suppression मतलब इस act या यहाँ बताए गए rules के under file किए जाने वाले return, statement, report या other documents में जो facts या information taxable person को declare करना चाहिए थी पर वो उन्हें declare नहीं करता है, या फिर proper officer द्वारा मांगी गई information को furnish नहीं करता है.
Q.22 - Adjudication का भी कोई provision इस section पर लगता है क्या?
Ans. - Section 73 के अनुसार यदि taxable person show cause notice issue होने से 30 दिन में interest के साथ tax के due अमाउंट का payment कर देता है तो उस case में सारी proceedings conclude कर दी जाएगी और department में उस case का adjudication नहीं होगा.
Q.23 - Case का adjudication होने पर यदि tax या penalty का amount order में confirm कर दिया जाए तो क्या होगा?
Ans. - Section 74(9) के under Form GST DRC-07 में order की summary receive करने से 30 दिन में taxable person को Section 50 के under interest के amount के साथ tax और उस पर 50% की penalty pay करना होगी तब ही proceedings का conclude होना माना जाएगा, और अब इसके बाद उस person के पास penalty reduce करवाने का कोई option नहीं बचेगा.
Q.24 - Section 74(9) के under order issue करने की time limit क्या होगी?
Ans. - Taxable person द्वारा Form GST DRC-04 में file की गई representation को receive करने के बाद satisfy होने पर proper officer Form GST DRC-05 में order issue करेगा, और order issue करने की limit कुछ इस प्रकार है:
जिस financial year में tax not paid, short paid or input tax credit wrongly availed or utilized किया गया था उस year के annual return furnish करने की last date से 5 साल में order pass करना होगा, और
Erroneous refund के case में refund की date से 5 साल में order pass हो जाना चाहिए.
Q.25 - Proceedings के conclusion का क्या effect होगा यदि main person के साथ और किसी person को भी liability की recovery के लिए notice issue किया गया है?
Ans. - वो main person जो tax pay करने के लिए liable है यदि Section 73 के under उसके साथ किसी और person को भी liability के लिए notice issue किया जाता है तो उस case में main person के relation में चल रही proceedings के conclude होने पर उन सभी person के लिए भी proceedings का conclude होना माना जाएगा जिनको उस liability के लिए notice दिया गया था.[/expand]