Q.1 - यह section कब applicable हुआ?
Ans. - यह section 1st July, 2017 से applicable हुआ है.
Q.2 - Taxable Person मतलब क्या होता है?
Ans. - CGST Act, 2017 के section 2(107) के according taxable person में registered person और person liable to be registered को include किया जाएगा.
Q.3 - किस amount को section में include किया गया है?
Ans. - Section 94 इस act के under किसी भी taxable person के tax, interest या penalty के due amount की बात करता है.
Q.4 - इस section में किसको include किया गया है?
Ans. - इस section में हर उस Firm, Association of Persons और Hindu Undivided Family को include किया जाएगा जो taxable person है.
Q.5 - Jointly and severally का मतलब क्या होता है?
Ans. - Jointly and severally मतलब liability के payment के लिए parties separately or together’ responsible रहेगी. जो भी person liable है, वो सब liability को equally pay करने के लिए responsible रहेंगे.
Q.6 - Firm, AOP या HUF के business discontinue होने पर क्या होगा?
Ans. - Firm, AOP या HUF का business discontinue होने से पहले arise होने वाली tax, interest या penalty की liability को recover करने के purpose से ये माना जाएगा की business कभी discontinue हुआ ही ना हो.
Q.7 – कौन से case में business discontinue होने के बाद भी Firm, AOP या HUF के partner या member को liable माना जाएगा?
Ans. - Firm, AOP या HUF का business discontinue होने से पहले या उसके बाद arise होने वाली tax, interest या penalty की liability के relation में business discontinue होने के बाद भी उसके partners और members को liability की recovery के लिए jointly and severally liable माना जाएगा .
Q.8 - Reconstitution मतलब क्या होता है?
Ans. - Reconstitution मतलब जब firm के agreement में partners के profit sharing ratio मैं change किया जाता है, या जब firm में new partners का admission या existing partners का cessation होता है.
Q.9 - इस section के अनुसार Firm या AOP के constitution में change होने पर क्या होगा?
Ans. - Firm या AOP का reconstitution होने से पहले arise हुई tax, interest या penalty की liability के relation में reconstitution होने के बाद भी liability की recovery के लिए partners को reconstitution होने से पहले की तरह ही jointly and severally liable माना जाएगा.
Q.10 - Firm या AOP के dissolution और HUF के partition के case में क्या होगा?
Ans. - Firm, HUF या AOP का business discontinue होने पर जिस तरह से उसके partners और members discontinuance के बाद भी due amount की recovery के लिए liable रहेंगे, उसी प्रकार dissolution और partition के case में भी business को continue मान कर partners या members से liability को recover किया जाएगा.